Goonga Ho Jana Chahta Hai Shabd | Nandkishore Acharya
गूँगा हो जाना चाहता है शब्द | नंदकिशोर आचार्य
गूँगा हो जाना चाहता है शब्द
नहीं तो भला कह पाएगा कैसे इन ज़ुल्मतों को वह
क्या नाम हो उसका दुनिया छाली है ज़ुल्मतों में जो
गूँगा हो कर ही अब हो पाएगा शब्द
कहानी ज़ुल्मतों की मुझमें व्याप्त।