Baarish Ya Punyavarsha | Arunabh Saurabh
बारिश या पुण्यवर्षा | अरुणाभ सौरभ
धरती पर गिरती
बूँदें बारिश की
छोटी - छोटी
ये बूँद-बूँद गोलाइयाँ
धरती को चुंबन है
आकाश का
या धरती से
आकाश के
मिलने का सबूत
या प्यार है
मर मिटनेवाला
या प्यार की
सिफ़ारिश
ये बारिश है
या हृदय के
भीतर की
बची हुई करुणा
हमारे भीतर की
बची हुई मनुष्यता
पितरों के
पुण्य की
पुष्पवर्षा
इसी के सहारे
जीते हैं हम
इसे देखकर
जवान होते हैं