Hum Aur Log | Kedarnath Agarwal

हम ओर लोग  | केदारनाथ अग्रवाल 

हम
बड़े नहीं
फिर भी बड़े हैं
इसलिए कि
लोग जहाँ गिर पड़े हैं
हम वहाँ तने खड़े हैं
द्वन्द की
लड़ाई भी
साहस से लड़े हैं;
न दुख से डरे,
न सुख से मरे हैं;
काल की मार में
जहाँ दूसरे झरे हैं,
हम वहाँ अब भी
हरे-के-हरे हैं।
Nayi Dhara Radio