Kab Laut Ke Aaoge | Salman Akhtar
कब लौट के आओगे बता क्यों नहीं देते | सलमान अख़्तर
कब लौट के आओगे बता क्यों नहीं देते
दीवार बहानों की गिरा क्यों नहीं देते
तुम पास हो मेरे तो पता क्यों नहीं चलता
तुम दूर हो मुझसे तो सदा क्यों नहीं देते
बाहर की हवाओं का अगर ख़ौफ़ है इतना
जो रौशनी अंदर है, बुझा क्यों नहीं देते